Wednesday, 12 July 2017

Politician की बेटी

तुम झूठ बोलकर भी
विचलित नही होती,
मै सच जानकर भी
मुस्काता नहीं हूँ।

तुम हर बात पर
वादा कोई कर देती हो,
मै हर उस बात को
फिर दुहराता नहीं हूँ।

तुम POLITICIAN की बेटी, मै R. K. LAXMAN का पोता हूँ।

तुम सेखियाँ बघार कर
मचल जाती हो,
मै चुपचाप
उस अदा पर मर जाता हूँ।
तुम PHONE उठाने से पहले
संभल जाती हो,
मै PHONE करने के लिए ही
बस कर जाता हूँ।

तुम DEMONETISATION, मै रवीश की कविता हूँ।

तुम सजोती हो रिश्ते
FUTURE के लिए,
मै हूँ की हर पल
बदल जाता हूँ।

तुम दिल से हो मेरी
दिमाग से नहीं,
मै दोनों मे अंतर
समझ जाता हूँ।

तुम नेहरू सी PM! मै गाँधीजी सा नेता हूँ।



सुधार

तुम सुधर न जाना  बातें सुनकर जमाने की,  कहीं धूप में जलकर  सुबह से नजर मत चुराना,  ठंड से डरकर  नदी से पाँव मत हटाना,  कभी लू लगने पर  हवा स...