लेकर बैठे हैं खुद से जिम्मेवारी, ये मानवता, ये हुजूम, ये देश, ये दफ्तर ये खानदान, ये शहर, ये सफाई, कुछ कमाई एडमिशन और पढ़ाई, आज की क्ल...