तुम्हारे चेहरे पर मुहाँसे न आए,
आँँखों के नीचे की छाई न भाए,
fair&lovely की परत ओढ़ लेना,
गालों पे लाली के रंग पोत लेना ।
होंठों के रंग पर चमक होनी चाहिए,
पीकर के पानी नहीं तुम डुबोना ।
कमर की गोलाई, न 24 को लांघे,
cleavage को अचकन से मत ढा़क लेना ।
सुन्दरता की चौखट मत लांघ देना ।।
फोन पर जोर से, ठहाके ना आएँँ,
देखो ना कोई तुमको, picture दिखाए ।
गाने कोई दिल के मत गुनगुनाना,
लोग डायन कहेंगे, उन्हें मत उकसाना ।
कविता और बातों मे, मोहब्बत ना आए,
बेचैनी बस तुम को मन में डराए ।
उनको जमाने से शब्दों मे कहकर,
राखी की कीमत को मत आंक लेना ।
सुन्दरता की चौखट मत लांघ देना ।।
अपने घरों की इज्जत बचाना,
कोई हिंसा करे तो मत चिल्लाना ।
उनके ही जैसे हैं, औरों के घर भी,
यह हकीकत नहीं है, यही दोहराना ।
जमाना है केवल background noise,
उसको बदलना नहीं काम wise,
ना हो सोच और शौच, घर की दहलीज मे तो
खुलकर जमाने में मत पाद देना ।
सुन्दरता की चौखट मत लांघ देना ।।
आँँखों के नीचे की छाई न भाए,
fair&lovely की परत ओढ़ लेना,
गालों पे लाली के रंग पोत लेना ।
होंठों के रंग पर चमक होनी चाहिए,
पीकर के पानी नहीं तुम डुबोना ।
कमर की गोलाई, न 24 को लांघे,
cleavage को अचकन से मत ढा़क लेना ।
सुन्दरता की चौखट मत लांघ देना ।।
फोन पर जोर से, ठहाके ना आएँँ,
देखो ना कोई तुमको, picture दिखाए ।
गाने कोई दिल के मत गुनगुनाना,
लोग डायन कहेंगे, उन्हें मत उकसाना ।
कविता और बातों मे, मोहब्बत ना आए,
बेचैनी बस तुम को मन में डराए ।
उनको जमाने से शब्दों मे कहकर,
राखी की कीमत को मत आंक लेना ।
सुन्दरता की चौखट मत लांघ देना ।।
अपने घरों की इज्जत बचाना,
कोई हिंसा करे तो मत चिल्लाना ।
उनके ही जैसे हैं, औरों के घर भी,
यह हकीकत नहीं है, यही दोहराना ।
जमाना है केवल background noise,
उसको बदलना नहीं काम wise,
ना हो सोच और शौच, घर की दहलीज मे तो
खुलकर जमाने में मत पाद देना ।
सुन्दरता की चौखट मत लांघ देना ।।
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