Monday, 1 January 2018

आज़ादी

मैंने आज आज़ादी देखी,

खुली आँखों की आज़ादी,
चेहरा छुपाती हुई आज़ादी,

साइकिल चलाती हुई,
Scooty चलाती हुई,
पढ़ने जाती हुई,
उड़ने जाती हुई,
पर ख़ुद के लिए, ख़ुद को,
ख़ुद से छुपाती हुई,

बोलने की नहीं, मैने
सिर्फ़ देखने की आज़ादी देखी ll

मैंने आज आज़ादी देखी,

रसोई की आज़ादी,
पकाने की आज़ादी,

पूड़ियाँ बेलती हुई,
सब्ज़ी गरमाती हुई,
खीर बनाती हुई,
परोसती हुई, खिलाती हुई,
पर क्या बनाना है खाने मे,
हर किसीसे, अलग से पूछती हुई,

सोचने की नहीं, मैने
सिर्फ़ करने की आज़ादी देखी ll

मैंने आज आज़ादी देखी,

सजी-धजी आज़ादी,
खिड़कियों से झाँकती आज़ादी,

किसी party मे आती या जाती हुई,
गहनों से लदी हुई,
आँखें विस्मय से खुली हुई,
पहली बार मोटरगाड़ी में बैठी हुई,
सड़के और महलें निहारती हुई,
हम कहाँ और क्यूँ जा रहें हैं,
अपने driver से ही जानती हुई,

फ़ैसला लेने की नहीं, मैने
सिर्फ़ बैठने की आज़ादी देखी ll

मैंने आज आज़ादी देखी,

Jeans पहने आज़ादी,
दारू पीती आज़ादी,

Make-up मे गढ़ी हुई,
ऊँची heel पर चढ़ी हुई,
Cleavage दिखाती हुई,
कमर से लुभाती हुई,
भीड़ को ही ढूँढती,
भीड़ से ही खीझती हुई,

जीने की नहीं, मैने
सिर्फ़ जी लेने की आज़ादी देखी ll

No comments:

Post a Comment

जिम्मेवारी

लेकर बैठे हैं  खुद से जिम्मेवारी,  ये मानवता, ये हुजूम, ये देश, ये दफ्तर  ये खानदान, ये शहर, ये सफाई,  कुछ कमाई  एडमिशन और पढ़ाई,  आज की क्ल...