Monday, 30 December 2024

दूर

दूर रहने वाले बेवफा नहीं होते 
रोज मिलनेवालो सा ख़फ़ा नहीं होते,
करते हैं खयाल परिंदे भी घोंसले का 
उड़ने से ही वो ज़ुदा नहीं होते,

मन मे बताते कहानियां हजारों 
बहलाते हैं खुद को देखकर उजाड़ो, 
जान देते हैं सरहदों पर देश के लिए 
महफ़िलों के कभी परवाह नही होते,

मुफ़लिसी में भी शामियाना सजाते हैं 
भरी आंखों से देखकर झिलमिलाते हैं,
चाँद का साथ तो सितारें देते हैं
अपनों-सा रोशनी मे मुँह घुमा नहीं लेते!


stay away

Just stay away
For another day,
Spent it convenient 
all the way,
Where someone needs
To weep in
depth of her stay,
Let them play
There own game
Their own dismay
For emotions flows
The stress away
And rejuvenates 
The cosmos in bay
Just let it go
Let them be
Let it be like 
the other day.

लड़कियाँ

लड़कियां मुस्कराती हैं
मुँह बनाकर हंसती हैं,
बातें करती हैं खूब 
गाल बजाती हैं,

लड़कियाँ जीवन मे आती हैं 
खिलखिलाती हैं 
मजाक बनाती हैं,
ये लड़कियाँ बातें 
मन में छुपाती हैं,
छोटी सी बात पर 
लड़ जाती हैं,
तील का ताड़ 
तड़ाक से बनाती हैं,
लड़कियाँ गुनगुनाती हैं 
बिना बात के 
गुस्सा दिखाती हैं,

खयाल रखती हैं 
और याद रखती हैं,
लड़कियाँ दरवाजों पर 
इन्तेज़ार करती हैं,
लड़कियाँ सभी वक्त को 
स्वीकार करती हैं,
लड़कियाँ हमें पहले ही 
प्रणाम करती हैं,
लड़कियाँ हैं जनाब 
ये जिंदगी गुल-बहार करती हैं!

Monday, 23 December 2024

आसक्त

मेरा भी कुछ लेना है
कुछ देना है,
कुछ मन मे है
कुछ नेत्र बसे,
कुछ चेहरे हैं
कुछ मंजर हैं,
कुछ बातें हैं
कुछ हरकत है,
कुछ दावत हैं
कुछ किस्से हैं,
मैं प्रेम पाश में धर लेता
मेरे ही कितने बंधन हैं!

Thursday, 5 December 2024

गुस्ताख

हम करेंगे तो गुस्ताखी होगी 
आप करेंगे तो शोखी होगी,
हम करेंगे तो परवाज होगा
आप करेंगे तो अंदाज होगा,
हम करेंगे तो बगावत होगी 
आप करेंगे तो इबादत होगी,
हम करेंगे तो ज़ुर्रत होगी 
आप करेंगे तो रहमत होगी,
हम करेंगे तो पहरे होंगे 
आप करेंगे तो नज़रे होंगी,
हम करेंगे तो सुगबुगाहट होगी 
आप करेंगे तो कयामत होगी,
हम करेंगे तो नया तरीका होगा 
आप करेंगे तो शलीका होगी,
हम करेंगे तो महारत होगी 
आप करेंगे तो आदत होगी,
हम करेंगे तो शिकायत होगी 
आप करेंगे तो दावत होगी,
हम करेंगे तो जरूरत होगी 
आप करेंगे तो ईनायत होगी,
हम करेंगे तो किस्से होंगे 
आप करेंगे तो रामायण होगी!

भूल और भटकाव

एक भूल और एक भटकाव 
लाज़िमी है रास्ते पर मिल जाएंगे,
पुराने जखम और नए हमसफ़र 
कुछ कहेंगे और हम फिसल जाएंगे,
एक सच और एक याद 
फलसफा जिंदगी का बन जाएंगे,
हम कहेंगे नहीं, वो रुकेंगे नहीं
रास्ते दो सिमट कर पलट जायेंगे!


सुधार

तुम सुधर न जाना  बातें सुनकर जमाने की,  कहीं धूप में जलकर  सुबह से नजर मत चुराना,  ठंड से डरकर  नदी से पाँव मत हटाना,  कभी लू लगने पर  हवा स...