Tuesday 25 May 2021

चूहा

चूहा कूतर रहा था,
कपड़ा, सोफा,
रस्सी,रोटी।
चूहा कूतर रहा है,
अब अपनी 
पूंछ की बोटी।

चूहा तो चूहा है, 
इंसान तो नही,
इंसान तो इंसान है,
चूहा तो नही।

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