पहने खादी झोला हूं,
देवी आप विदेशी हैं
रंभा और उर्वशी हैं,
आपकी अदा अनोखी है
आपकी जुबान भी चोखी है,
आपके नगमें ऊँचे हैं
आपके चर्चे कच्चे हैं,
आप न ठेकुआं खाती है
आप न पता बताती हैं,
आप न लड़ने को बोले
आप न पीछे जाती हैं,
देवी जी मैं बोलू क्या
आप से खुद को जोड़ू क्या,
आपसे दूरी मुमकिन नहीं
पर आपके तौलूं क्या?
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