Monday, 9 June 2025

दिहाड़ी

एक दिहाड़ी काटकर
मुझे घर बनाना है,
एक दिहाड़ी रोककर 
मुझे छत लगाना है,
एक दिहाड़ी खोदकर 
रोटी जुटानी है,
एक दिहाड़ी नापकर
चुल्हा जलाना है,
एक दिहाड़ी चलाकर
उनको दिखाऊं फिल्म, 
एक दिहाड़ी जलाकर 
बच्चों को दे दूं ईल्म, 
एक दिहाड़ी जोड़कर 
संघर्ष करना है,
एक दिहाड़ी तोड़कर 
कोई फार्म भरना है,
एक दिहाड़ी मोड़कर 
ठेके पे चलना है,
एक दिहाड़ी गाड़कर 
बालकनी मे मालिक के
मनीप्लांट उगता है,
एक दिहाड़ी जब्त कर,
वो पॉलिसी किनता है,
मैं काट लुंगा आज 
कुछ बच्चों की दिहाड़ी,
मैं उड़ा हूं आज 
लगा पंखों को पहाड़ी!



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