हर एक विचार
के अंत और शुरुआत का?
क्या है जवाब
हर तर्क के
पुनर्निर्माण का,
इसके बाद और
उसके बाद वाले
व्यवहार का
पराधीन और स्वतंत्र
होने के मध्य
संघर्ष का धिक्कार का,
क्या है बचा
जो सामना है
कर रहा अपवाद का,
क्या जवाब दे रहे हैं
हम हर घड़ी
प्रतिवाद का,
क्या है जवाब
हर कदम पर
राम के परमार्थ का
कारण बताएं क्या
जिसे करते नहीं
हम जान के,
राम के उपकार
क्या है जवाब
बिन राम का?
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