श्री राम आ गए,
ओड़िशा मे बंगाल 
बंगाल मे ओड़िशा,
उड़िया मे बोस 
बंगाल मे बाघा जतिन,
सब मे भारत 
भारत मे सब,
मन मे सीता 
मन मे राम आ गए,
आँखें नम हो गई 
जुबां शांत, हाथ नीचे
भृकुटी ढीली 
चेहरे पर मुस्कान 
शब्दों मे विराम आ गया,
बात करते-करते 
कहीं से राम आ गए,
इतिहास भूल गया 
भूगोल सीमित हुआ,
सूरज मद्धिम हुआ 
तारे चमक उठे 
चंद्रमा ठंडा हुआ
नदियाँ माँ हो गई 
चाचा पहाड़ हो गए,
आज सामने पूरा 
ब्रह्मांड आ गया,
मुझको तुम्हारा 
खयाल आ गया,
बातों मे राम का नाम आ गया 🙏
 
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