Sunday 30 June 2019

अरसे की याद

एक अरसा हुआ
तुमको देखे हुए।

की आंख का काजल
अभी भी फबता होगा
हर सुबह तुम जाती होगी
तो lab तुम्हारी खुशबू से
अभी भी महकता होगा।

तुम्हारे काले से चेहरे पर
काला-सा काजल,
काली नोटबुक
और काली सी पेन

कई wristband और
काला ही phone
काला चश्मा और
काली ही frame

नजरबट्टू बनकर
असर करती होगी।

एक अरसा हुआ
तुमको देखे हुए।

कि तुम्हारी हंसी से
माहौल खूब सजाता होगा,
चौड़ी आंखों से धीरज
अब भी डर जाता होगा।

तुम्हारे गुजरने से
खुशी अभी भी टपकती होगी
तुम्हारी झपकी पर
किसी की नजर रूकती होगी।

एक अरसा हुआ
तुमको देखे हुए।

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