Thursday, 16 November 2023

नादानी

अपने बीते हुए कल में 
थोड़ी नादानी रहने दो,
आज बातें ठीक मत करो 
उन्हें इंसानी रहने दो,

वो कहेंगे की तुमसे ही 
शिकायत है मुझको,
आज उनके पिशानो
थोड़ी परेशानी रहने दो,

अभी तो पाव पटके हैं 
कभी पंजे लगायेंगे,
उन्हें नाख़ून मे अपने 
ज़रा शाही लगाने दो,

अपने मन की करने को 
बड़े ही मनचले हैं वो,
पहनने जीन्स दो उनको 
ज़रा स्याही लगाने दो,

कुछ बोलने को वो 
बड़े तैयार रहते हैं,
उन्हें गुस्सा तो आने दो 
ज़रा गाली सुनाने दो,

जुबां पर है बढ़ा चस्का 
की डेयरि मिल्क खाते हैं,
ज़रा-सा मिर्च चखने दो 
हमें पानी पिलाने दो!





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