Thursday, 9 December 2021

बादल

बादल के–से
यह विचार के
आते–जाते कतार,
यह उड़ते
हवा की गोद मे
डोलते लगातार,
कुछ पहाड़ों से
टकराकर
बरस जाते घनघोर
डूबा जाते संसार,

यह मन की आकाश–गंगा
के लाल, पीले
काले, हरे, नीले
और सुनहरे
उड़ते–उड़ते बादल।

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