Monday, 20 March 2023

अंतिम भय

जीवन का 
आखिरी भय,
हर साँस मे संशय,
शरीर का भय 
साँसों की कंपन 
सघन-सघन 
आनन-फानन 

और विचार तेज
और प्रपंच,
और कल्पना 
और चित्र-विचित्र,
आखिरी छोर
आखिरी डोर 

इसके बाद मुक्ति 
उस ओर 
इस ओर 
सब ओर 
शांति शांति शांति 
एक ओमकार
सत नाम 
राम राम 
सीता राम!

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