की जो उसने कहा था।
मै योग करता ही नहीं
मै जरा सो लेता,
मै पढ़ू कुछ और ही
जब वो कहेगा गीता।
मै पढ़ाई ताख पर
रखकर हुआ हूं बेखबर,
मै लड़ा हूं बाहुबल से
उसमे कहा जब सब्र कर।
क्या बिसात उसकी भला की
वो सिखाएगा मुझे,
मै ज्ञान की गंगा स्वयं ही
सत्य-सा मै प्रज्वला
मै न करता, ना करूंगा
वो जो है उसने कहा।
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