अकेला चना भाड़
फोड़ सकता है क्या?
क्या कर लेगा वो अकेले
जो नहीं हुआ?
कितना ढूलकेगा अकेला
कितना बाजेगा घणा?
कितना सोच लेगा वो
जो नहीं कोई सोच सका?
क्या फूल जायेगा इतना
की जैसे सागर समेटेगा?
या पैदल ही चलकर
नाप देगा डांडी की गंगा?
जन का कर आह्वान
वो किसको बुला लेगा?
कर के सबसे काम बेहतर
अंबर झुका लेगा?
कर corruption को अलग
मंत्री हटा देगा,
या स्कूल की करके मरम्मत
सबको रिझा लेगा,
अकेला चना क्या गांधी है
जो सूरज डूबा देगा?
या हनुमान सा आंधी है
जो लंका लगा देगा?
क्या अकेला चना
मोदी कोई है
जो चाय बेचेगा?
या कोई शादी है
वंश बढ़ा देगा?
अकेला चना क्या
मदर टेरेसा है
जो सफेद रंग देगा
या इंदिरा गांधी है
जो बंगला बना देगा?
अकेला चना भाड़ को
फोड़े बिना कैसे सजा देगा?
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