किसको छोड़ देता हूं,
मै किसको पास रखकर
अपनी गिरहें खोल देता हूं,
किसको चुप कराता हूं
किसकी सुन भी लेता हूं,
मै किसके लिए बढ़कर
किसको छोड़ देता हूं,
किसकी बात लगती है
किसे बच्चा समझता हूं,
मै किस–किस हूं मुस्काता
किसपर दम दिखाता हूं,
मन के खेल हैं सारे
मन को जो लगे प्यारे,
किसी को राम कर देता
किसे रावण बनाता है!
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