तुम्ही से जलन है,
जाने पर तुम्हारे
लगी जो अगन है,
है बहुत बात करता
मुझसे ये मन है,
है उठता–गिरता
ये झलता बहुत है,
ये बहुत से बरस की
बड़ी–सी लगन है,
ये प्रेम और पिपासा की
पागल मिलन है,
ये ठुमरी की धुन है
ये शहरी चमन है,
तुमसे मुहब्बत
तुम्ही से जलन है!
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