Saturday 3 June 2023

पागल

पहली बार 
बने हैं पागल,
पहली बार 
चढ़ा है भूत,
पहली बार 
पढ़ाई की है 
जाना है कुछ 
और बहुत,

पहली बार ही 
समय दिया है,
माया से कुछ 
आगे बढ़,
पहली बार ही 
माया को 
पाया है 
अपने पैरों तर,

पहली बार 
आवाज उठाई,
पहली बार 
किया अपमान,
पहली बार 
दरवाजे से 
दूर भगाया 
मैंने जान,

पहली बार का 
नशा बड़ा है 
पहली बार का 
पागलपन है,
राम के छोड़ कर 
आया हूँ मैं,
पहली बार 
भरमाया हूँ मैं!

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