नहीं समझोगे,
मेरी बातें 
मेरी समझ 
मेरी situation,
मै ब्रह्म ज्ञानी हूँ 
सर आप नहीं जानोगे,
मै अन्तर्यामी हूँ,
आप मेरे सामने 
बच्चे हैं,
अभी अकल के 
कच्चे हैं,
कमरे मे बैठे रहते हैं 
लोगों से 
कहा ही मिलते हैं,
सर बोले की 
राम आप तो 
दयालू हैं,
मेरे ऑफिस मे
आए हैं,
समय बहुत ही 
थोड़ा था 
पर मेरी खातिर 
आए हैं,
आए कितने ही 
मेरे पास,
आकार 
खाकर पीकर
चले गए,
आप ही राम से 
पहले जो 
अपने को ही 
समझ गए!😁
 
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