Wednesday 2 August 2023

तकरार

मै तुमको और लुभाने को 
तकरार नहीं कर सकता,
मै अपने भाइयों से 
यलगार नहीं कर सकता,

और आवाज को तेज करूँ 
मै किसी तथ्य को आज रखूं,
मै अपना प्रेम जमाने को 
कोई रार नहीं कर सकता,

आज रहे मुस्काते चेहरे 
नहीं कोई मुह नीचे लटके,
मै खुशी का मोल चुकाने को 
तलवार नहीं धर सकता,
मै राम का नाम सुनाने को 
शिव द्रोह नहीं कर सकता!

No comments:

Post a Comment

दो राहें

तुम चले सड़क पर सीधा  हम धरे एक पगडंडी, तुम्हारे कदम सजे से  हम बढ़े कूदते ठौर, तुमने थामी हवा की टहनियां  हम बैठे डिब्बे में संग, तुम संगीत...