तुम्हारे राम, सभी के राम,
खासम खास हैं मेरे राम
आम के आम तुम्हारे राम,
मेरे राम से सबको काम
राम तुम्हारे अयोध्या धाम,
मेरे राम भटक रहे हैं
तुम्हारे राजा सबके राम,
अग्नि परीक्षा वाले राम
धनुष तोड़ने वाले राम,
त्याग-तपस्या वाले राम
बाली मारने वाले राम,
अंधे राम, काणे राम
हर जाति के अपने राम,
घर के राम, बगल के राम
सोते राम, जागे राम,
आते राम, जाते राम
खाते राम, नहाते राम,
खड़े राम, बैठे राम
ध्यान-मग्न और लेटे राम!
प्रेम के राम, रंज के राम
झूठ के राम, सत्य के राम,
आज के राम, कल के राम
नाथूराम और 'हे राम'
सिया के राम, जय श्री राम,
दिनकर और शरण के राम,
मुन्शी प्रेम चंद के राम,
हरिशंकर और अशोक के राम,
मिथिला और मथुरा के राम
वृंदावन, मंथरा के राम,
कौशल्या-दशरथ के राम
कैकयी और भरत के राम,
सुमित्रा, उर्मिला- लक्ष्मण के राम,
मीरा और तुलसी के राम
सुर और कबीर के राम,
जितनी वाणी उतने राम!
बंगाल और द्रविड़ के राम
झारखंड, छत्तीसगढ़ के राम,
लद्दाख- धारवाड़ के राम
कर्नाटक और तमिल के रमन,
बनारस और उज्जैन के राम,
गाँव के राम, शहर के राम
देहात और लंदन के राम,
चीन के राम, मंगोल के राम
यूपी और बिहार के राम,
पर्वत और विरान के राम,
हाथ के राम पैर के राम
कंकर और ब्रह्मांड के राम,
जितनी जगह उसी मे राम!
No comments:
Post a Comment