Wednesday 9 August 2023

भारत-दर्शन

देखा मैंने छोटा भारत 
इतिहास और भविष्य का सूरज

सचिन के जैसा कृष्ण जो 
जो हर काज कर सकता,
ज्ञान समेट कर रखता 
तर्क से बस लड़ सकता,
4 बजे तक पीने वाला 
योग क्लास कर सकता,

राहुल सरीखा चार्वाक 
जो खाना खाते मर सकता,
पीकर कर सकता उपद्रव 
कहकर, 9 पास कर सकता,
चौके खातिर 2 इंच जमीन की 
कीमत खूब समझता,

किरण के जैसी लक्ष्मीबाई 
दोनों हाथ से लड़ती,
धुआं छोड़ती मुँह से 
जले पर नमक रगड़ती,
अंग्रेजों से सीख तरीके 
उनपर भारी पड़ती,
प्रेम-उमंग की बातों पर 
चटखारे खूब लगाती,
अधिकारी से आंख मिलाकर 
उनको गलत बताती,

नवोदित जैसा बंगाल नवाब 
चोख चमक मे तेज,
बिस्तर धर के पड़े रहे 
जब घेर रहे अंग्रेज,
घूमें-फिरे पूरी राँची 
क्लास मे रहें अदृश्य,
जमीनदार के जैसा ठाठ
करके छोड़ देते हर चीज,
नाचे सबको गिरा-गिरा कर 
आईफोन का रखते शौक,
इनके सामने कौन ही बोले 
किसकी इतनी औकात,

नीरज जैसा शाहजहाँ 
जो हर देवी का ख्वाब,
ऐसा मंत्रमुग्ध कर देता 
जिसका नहीं जवाब,
नाचे-गाए ताल मिलाकर
प्यार का रखे हिसाब,
सारी सैलरी मधु मे लगाकर 
मोह लिया मुमताज़,
फ़िल्में रातभर देख रहा 
और सुबह न जाना क्लास 
सबको जेब मे रख लेना 
और ना डालना घास,

विशाल जैसा आज़ाद 
जो सबसे करता रहे मजाक,
आँख मे धूल झोंकना जाने 
बहरूपिये जैसी बात,
पढ़ता रहे फिल्म के समय 
रात मे खाए खाना,
बाबा साहब को लाए 
उस संस्थान में,
जहां पड़ता गोली खाना!

कविता जैसी जय-ललिता देखी 
जो झटपट देवे जवाब,
बात कोई जो थोड़ा बोले 
उसका रखे हिसाब,
देवी बनने मंदिर जाए 
सुबह करे वो योग,
नाचे सारे स्टेप्स याद रख 
स्वैग ही जबरदस्त,

नयन-सी जैसी रजिया सुल्तान 
जो वक्त से बहुत है आगे,
मधुशाला मे भी पीए नहीं 
चाहे रात भर भी जागे,
कविता पढ़ती, बातें करती 
एक से एक सतरंग,
नहीं सोचती ज़रा-ज़रा भी 
कोई कितना कर ले तंग,
चंदन विष व्यापत नहीं 
लिपटत रहे भुजंग,

सुधीर जैसा देखा तुकाराम 
जो भाव में डूबा रोये,
सबसे सरल, सबसे मिलन 
हंस के मैल मन धोए,
खेलने TT मनोयोग से
बात करे गंभीर,
नाम बताकर सबका अनोखा 
खींच दिया तस्वीर,

पल्लव दा-सा सुभाष चंद्र 
जो गीत-संगीत के ठाकुर,
शिव-तत्व का भोग लगाते 
प्रतियोगिता मे रणबाँकुर,
एक क्लास तो डेली करते 
कब आए कब गए,
जानने वाला सोचता रहे 
वो ज्ञान से कर दे व्याकुल,

संचित जैसा विश्वामित्र
जिनके ज्ञान से सब भयभीत,
अबॉर्शन बंद करा ही देते 
पर मेनका से न पाए जीत,
राम को शतरंज जीता के दिया 
ऐसा अद्भुत अस्त्र,
सिया अग्निपरीक्षा का 
Memo हो गया ध्वस्त,

रोहिताश जैसा पठान 
जो क्रिकेट की असली शान,
खेले वो और पीए खूब 
जान ना पाए सब क्यूँ परेशान?
क्लास से दूर, सत्ता से विमुख 
जियांका मैम का पक्का मित्र,
शांत और सरल, सड़क पर घूम
टिंडर पर मचा रखी है धूम!

अरुण भाई-सा देखा पुष्पा 
झुकेगा नहीं किसी से साला,
स्मार्ट और गंभीर बहुत 
ईश्वर के नजदीक बहुत,
पोप जॉन के बाद है पैगंबर 
वाट्सऐप स्टैटस के पैगंबर!

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