यह मन उठा लेगा आज,
किस ज़ख्म को 
ताज़ा करेगा 
कौन से ज़ज्बात,
किन पहलुओं को 
आज वो बढ़कर सजायेगा,
कौन से नाते बनाकर 
किसको मिलाएगा,
कौन-सा है रंग जो 
खिल रहा है,
किस फूल पर 
बैठा ये तितलियों से
मिल रहा है,
कौन- सा चरखा 
कौन- सी पूनी 
लगाएगा,
आज ये मन 
कौन सा खादी बनाएगा?
 
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