Sunday, 21 January 2024

माया

इसकी बात और उसकी 
उसके मुख से सबकी,
उसके लिए एक शब्द 
मेरा पूरा जीवन 
उसका अपना अनुभव
मेरी अपनी मर्यादा,
उसकी आज की छुट्टी 
मेरे 14 वर्ष,
उसकी प्यार की हद 
मेरी आखिरी जिज्ञासा,
उसके समय की दौड़ 
मेरी पल भर अभिलाषा,
उसका टूटा फोन 
मेरी छोटी जेब,
उसके भूख का गुस्सा 
मेरा लंबा उपवास,
उसकी गूंजती हँसी 
मेरा विकीर्ण अट्टहास,
हम दोनों के राम 
हम दोनों की माया!

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