चमकती थोड़ी पतली,
स्वाद और ललक से
परिपूर्ण पारदर्शी,
रेशों की बुनी
लकीर रेशमी,
आकर्षित करती जल-जल
कण-कण टपकती,
एक रस-मंजरी
उड़लती, ढुलकती,
आज निखरती
रात की चाँदनी-चाशनी,
शिथिल ठंड मे
अलग कण-कण में,
यह सजावट रहित
घनी और मुदित,
आज बुझी-सी पड़ी
रात की रोशनी-चाशनी!
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