Wednesday 21 February 2024

मुकेश

चुल्लू भर मांग कर 
पीने का हक है,
मुकेश को खुल कर 
जीने का हक है,

मुकेश महफ़िल में 
नाचना चाहता है,
ये नशे में कुछ 
बाचना चाहता है,
मुकेश को महफिल में 
होने का हक है,

मुकेश अभी रूम 
नहीं जाना चाहता,
मुकेश पिज्जा को 
साथ खाना चाहता,
मुकेश को समय 
रोकने का हक़ है,

मुकेश सड़क पर 
झूमना चाहता है,
वो गाड़ी से लड़कर 
गिरना चाहता है,
उसे नाली में भी 
लोटने का हक है,

मुकेश किशन बन 
बंशी बजाए,
मुकेश फ़िल्मों के 
गीत गुनगुनाये,
मुकेश को कलियां 
बहुत भा रही हैं,
उसे बागों की कलियाँ 
खोंटने का हक है!

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