Tuesday 18 July 2023

दर्श

आज बीत गया दिन 
मैंने उनको नहीं देखा,
आज सूरज तो उगा 
पर ढलते नहीं देखा,

तस्वीर देखी नयी उनकी 
WhatsApp की DP मे
सुबह से कुछ भी फिर 
बदलते नहीं देखा,

बातें सुनी उनकी 
होती सुनी चर्चा,
मै चुप रहा केवल 
कुछ कहकर नहीं देखा,

मेरी हकीकत मे
उनकी मौजूदगी भी है,
जिसको आज तक मैंने
मुड़कर नहीं देखा,

वो देखते हैं मुझको 
जाने किस इरादों से,
यह देखने को आज 
उन्हें छुपकर नहीं देखा!


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