मैंने उनको नहीं देखा,
आज सूरज तो उगा
पर ढलते नहीं देखा,
तस्वीर देखी नयी उनकी
WhatsApp की DP मे
सुबह से कुछ भी फिर
बदलते नहीं देखा,
बातें सुनी उनकी
होती सुनी चर्चा,
मै चुप रहा केवल
कुछ कहकर नहीं देखा,
मेरी हकीकत मे
उनकी मौजूदगी भी है,
जिसको आज तक मैंने
मुड़कर नहीं देखा,
वो देखते हैं मुझको
जाने किस इरादों से,
यह देखने को आज
उन्हें छुपकर नहीं देखा!
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