Saturday 8 July 2023

पा लूँ

कोई चीज नहीं 
की सबसे पहले 
कर लूँ हासिल,
और छीन लूँ 
किसी और से 
भोंक दूँ तलवार,
खरीद कर 
ला दूँ तुम्हें 
मैं लूट लूँ बाजार,

फिर लगाकर लड़ी
खिड़कियों दरवाजों पर,
करूँ घर का मैं श्रृंगार,
या उठाकर 
रख दूँ तुम्हें 
ऊँचे मर्तबान
जहाँ छू ना सके कोई 
तुम रहो नहीं इंसान,
तुम से लूट कर तुमको 
तुम पर करूँ 
मैं कोई बड़ा एहसान!

No comments:

Post a Comment

दो राहें

तुम चले सड़क पर सीधा  हम धरे एक पगडंडी, तुम्हारे कदम सजे से  हम बढ़े कूदते ठौर, तुमने थामी हवा की टहनियां  हम बैठे डिब्बे में संग, तुम संगीत...