बस याद रखना,
वासना को
भूल जाना,
शाम को तुम याद रखना
रात मेरी भूल जाना
तुम टहलना याद रखना
बात मुझसे भूल जाना,
हम थे अक्षरधाम मे
हाथ मे ले हाथ अपना,
हाथ जोड़ने को याद रखना
और पकड़ना भूल जाना,
आंसू बहाए हैं
तुम्हारे ही लिए
मैने सुबककर,
उन आंसू की तुम
वफाएं याद रखना,
गिलों को भूल जाना
तुम करके फोन मैने
कुछ बहाने बोलता था,
बात के जज्बात मेरे
याद रखना बहाने भूल जाना,
कुछ मांग लेता हूं
गाहे–बगाहे वक्त,
बेच दी कुरान
कुछ फूल लेने को,
फरियाद मेरी याद रखना
औकात मेरी भूल जाना,
रोज़े रखे मैने तुम्हारा
जिक्र करने को,
इबादत को मेरी
याद रखना,
और तमन्ना भूल जाना,
फाका मुझे मंजूर था
तुम्हारे दर पे आने तक,
जूनून–ए–इश्क
मेरा याद रखना
और हिमाकत भूल जाना,
मांग लेता हूं खुदा से
तुमको अपनी खुशी समझना,
तुम खुशी को लब पे रखना
साथ मेरा भूल जाना।
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